म्यूल अकाउंट क्या होता है?
म्यूल अकाउंट एक ऐसा बैंक खाता होता है जिसका उपयोग अवैध धन को स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है। कई बार खाता धारक को यह पता भी नहीं होता कि वे किसी अपराध में शामिल हो रहे हैं। इस तरह के खाते मनी लॉन्ड्रिंग (धन शोधन), साइबर धोखाधड़ी और वित्तीय घोटालों में इस्तेमाल किए जाते हैं।
म्यूल अकाउंट कैसे काम करता है?
- धोखेबाज या अपराधी किसी अवैध तरीके से पैसा कमाते हैं, जैसे कि ऑनलाइन स्कैम, फिशिंग या हैकिंग।
- वे इस पैसे को सीधे अपने खातों में डालने के बजाय दूसरों के खातों में ट्रांसफर करवाते हैं ताकि पकड़े न जाएं।
- ये व्यक्ति, जिन्हें मनी म्यूल (Money Mule) कहा जाता है, बैंक खाते में पैसा प्राप्त करते हैं और इसे किसी अन्य खाते में भेज देते हैं।
- इस प्रक्रिया का उपयोग अपराधी पैसे को सफेद (कानूनी) दिखाने के लिए करते हैं, जिससे सरकार या बैंक उन्हें पकड़ न सकें।
म्यूल अकाउंट का उपयोग क्यों किया जाता है?
- मनी लॉन्ड्रिंग: अवैध धन को सफेद बनाने के लिए।
- साइबर क्राइम: ऑनलाइन धोखाधड़ी और ठगी में पैसे ट्रांसफर करने के लिए।
- ड्रग ट्रैफिकिंग: मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े पैसों के लेन-देन में।
म्यूल अकाउंट से कैसे बचें?
✔️ किसी अनजान व्यक्ति के कहने पर अपने बैंक खाते का उपयोग न करें।
✔️ अगर कोई आपको पैसे रिसीव करके आगे भेजने के लिए कहता है, तो सावधान रहें।
✔️ बैंकों और सरकारी एजेंसियों की चेतावनियों पर ध्यान दें।
अगर आप अनजाने में भी म्यूल अकाउंट का हिस्सा बन जाते हैं, तो आपको कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।