नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) वह ऊर्जा है जो प्राकृतिक रूप से प्राप्त होती है और जिसका स्रोत लगातार पुनः उत्पन्न होता रहता है। उदाहरण के लिए, सूर्य की रोशनी, पवन, जल, जैव ऊर्जा, और भू-तापीय ऊर्जा। यह ऊर्जा हमारे पर्यावरण के लिए सुरक्षित और स्वच्छ मानी जाती है।
नवीकरणीय ऊर्जा के प्रकार
- सौर ऊर्जा (Solar Energy): सूर्य की रोशनी से प्राप्त की जाने वाली ऊर्जा। इसे सोलर पैनल्स के माध्यम से बिजली में बदला जाता है।
- पवन ऊर्जा (Wind Energy): पवन चक्कियों के माध्यम से हवा की गति को बिजली में बदला जाता है।
- जल विद्युत (Hydro Energy): जल के प्रवाह या बांध से उत्पन्न की गई ऊर्जा।
- जैव ऊर्जा (Biomass Energy): जैविक पदार्थ जैसे पेड़-पौधे, कचरा इत्यादि से प्राप्त ऊर्जा।
- भू-तापीय ऊर्जा (Geothermal Energy): पृथ्वी की गहराई से उत्पन्न गर्मी से उत्पन्न ऊर्जा।
नवीकरणीय ऊर्जा का महत्व
- पर्यावरण को प्रदूषण से बचाना।
- प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना।
- ऊर्जा की निर्भरता को कम करना।
- ग्रामीण विकास में योगदान देना।
- रोजगार के नए अवसर पैदा करना।
सरकार के प्रयास
भारत सरकार ने नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इनमें से कुछ प्रमुख प्रयास हैं:
- राष्ट्रीय सौर मिशन (National Solar Mission): इसका उद्देश्य देश में सोलर पैनल्स की स्थापना को बढ़ावा देना है।
- राष्ट्रीय पवन ऊर्जा मिशन (National Wind Energy Mission): पवन ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए यह मिशन चलाया गया है।
- ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर (Green Energy Corridor): यह परियोजना नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से उत्पादित बिजली को देश के विभिन्न हिस्सों तक पहुँचाने के लिए बनाई गई है।
- प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM-KUSUM Scheme): किसानों को सोलर पंप और अन्य उपकरण प्रदान कर कृषि में स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना।
- राष्ट्रीय जैव ऊर्जा नीति (National Bio-Energy Policy): जैविक पदार्थों से ऊर्जा उत्पादन को प्रोत्साहन देने के लिए बनाई गई नीति।
- इलेक्ट्रिक वाहन नीति (Electric Vehicle Policy): प्रदूषण को कम करने और स्वच्छ परिवहन को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई नीति।
नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के तरीके
- सौर पैनल्स का उपयोग: घरों और कार्यालयों में सौर पैनल लगाकर बिजली उत्पादन किया जा सकता है।
- पवन चक्कियों का निर्माण: हवा की गति का उपयोग कर बिजली उत्पन्न करना।
- जल विद्युत संयंत्र: नदियों और जलाशयों में बांध बनाकर बिजली का उत्पादन।
- बायोगैस संयंत्र: कृषि अपशिष्ट और जैविक कचरे से गैस और बिजली का उत्पादन।
- इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग: पेट्रोल और डीजल की जगह बैटरी चालित वाहनों का प्रयोग।
- ऊर्जा संरक्षण: अनावश्यक ऊर्जा उपयोग को कम करना और दक्ष उपकरणों का उपयोग करना।
- जनजागरूकता अभियान: लोगों को नवीकरणीय ऊर्जा के महत्व और इसके उपयोग के तरीकों के बारे में जागरूक करना।
नवीकरणीय ऊर्जा में चुनौतियाँ
- प्रौद्योगिकी की कमी
- उच्च प्रारंभिक लागत
- सीमित जागरूकता
- बुनियादी ढांचे की कमी
नवीकरणीय ऊर्जा भविष्य का सबसे सशक्त और स्वच्छ विकल्प है। सरकार के लगातार प्रयास और नीतियों के माध्यम से इस क्षेत्र में प्रगति हो रही है। यदि हम सभी मिलकर इसका समर्थन करें तो भविष्य में यह ऊर्जा स्रोत न केवल पर्यावरण को सुरक्षित रखेगा बल्कि आर्थिक रूप से भी लाभकारी सिद्ध होगा।